24-Jun-2023, Saturday
Sarve Bhavantu Sukhinaḥ
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Extra Marital Affairs
पिछले सप्ताह मेरे सामने से 2018 का सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट गुज़रा जिसमें सुप्रीम कोर्ट के पांच सदस्यों की पीठ ने 150 साल पुराने कानून को निरस्त करते हुए व्यभिचार को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया।
लंदन: पिछले सप्ताह मेरे सामने से 2018 का सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट गुज़रा जिसमें सुप्रीम कोर्ट के पांच सदस्यों की पीठ में वर्तमान चीफ़ जस्टिस वी. वाई. चंद्रचूड़ भी शामिल थे। उस पीठ ने 150 साल पुराने कानून को निरस्त करते हुए व्यभिचार को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया। पीठ के निर्णय में साफ़ कहा गया कि ‘पति अपनी पत्नी का मालिक नहीं है।’ जजमेंट में कहा गया कि व्यभिचार तलाक का आधार हो सकता है और दीवानी मामले में इसका समाधान है। मूलभूत अधिकारों में महिलाओं का अधिकार भी शामिल होना चाहिए. किसी पवित्र समाज में व्यक्तिगत मर्यादा महत्वपूर्ण है. सिस्टम महिलाओं के साथ असमानता से बर्ताव नहीं कर सकता. महिलाओं को समाज के इच्छानुसार सोचने के लिए नहीं कहा जा सकता।
सुप्रीम कोर्ट के अनुसार अब महिला और पुरुषों को बराबरी का दर्जा मिलेगा। इस जजमेंट से महिलाओं के सिर पर से एक बहुत ही भारी बोझ उतर गया। मगर थोड़ी हैरानी ज़रूर हुई। इस निर्णय के बाद न तो कहीं जुलूस निकले न नारेबाज़ी हुई और न ही टीवी चैनलों पर चिल्ला-चिल्ली। किसी को कुछ महसूस भी नहीं हुआ और जीवन में न तो कोई जुम्बिश हुई न ही कोई ख़लल… यह तो सच है कि भारत में दो तरह की दुनिया है – एक जो मुंबई, दिल्ली, बेंगलूरू, कलकत्ता और मद्रास जैसे शहरों में दिखाई देती है और दूसरी भारत के गाँवों में। बड़े शहरों की महिलाएं क्योंकि तुलनात्मक रूप से अधिक शिक्षित एवं आर्थिक रूप से स्वतंत्र होती हैं, इसलिये उन्हें विवाह के बाहर शारीरिक संबन्ध बनाने के अवसर अधिक मिलते हैं। एक सर्वे में पाया गया है कि बेंगलूरू शहर में विवाह के बाहर संबन्ध बनाने वाली महिलाओं की संख्या अन्य शहरों से कहीं अधिक है। फ़्रांस की एक संस्था है ग्लीडेन – जिसने विवाहेतर शारीरिक रिश्ते बनाने के लिये एक ‘एप’ बना रखा है। यह ‘एप’ भारत में भी असाधारण रूप से लोकप्रिय है।
भारत में शादी के बाद डेटिंग की बात भले ही कोई खुले आम नहीं स्वीकारता हो, लेकिन ग्लीडन डेटिंग एप ने भारत के शादीशुदा जोड़ों की पोल खोल दी है। दुनिया के बड़े ‘एक्स्ट्रा मैरिटल डेटिंग एप ग्लीडेन’ ने अपनी रिपोर्ट में स्वीकार किया है कि भारत में उसके 20 लाख से अधिक यूज़र्स मौजूद हैं। फ्रांस की इस डेटिंग ऐप ने बताया है कि उसके वैश्विक स्तर पर 10 मिलियन यानि एक करोड़ यूज़र्स हैं, जिनमें से 20 प्रतिशत यानि 2 मिलियन यूज़र्स सिर्फ भारत से हैं। कंपनी ने बताया है कि पिछले साल सितंबर में उसके यूज़र्स बेस में ख़ासी वृद्धि हुई है। डेटिंग एप ग्लीडेन के अनुसार, उसके 66 प्रतिशत नए यूज़र्स भारत के टियर 1 शहरों से आते हैं, वहीं शेष (44 प्रतिशत) टियर 2 और टियर 3 शहरों से आते हैं। डेटिंग ऐप ने यह भी कहा कि ग्लीडेन पर अधिकांश भारतीय यूज़र्स उच्च आयवर्ग से हैं। एप के डेटा में यह भी सामने आया है कि उसके यूज़र्स में पुरुष और महिला दोनों हैं, जो कि इंजीनियर, उद्यमी, एडवाइजर, प्रबंधक, अधिकारी और चिकित्सक जैसे पेशों से ताल्लुक रखते हैं। खास बात यह है कि कंपनी के यूज़र्स में बड़ी संख्या में गृहिणियां भी शामिल हैं।
ग्लीडेन के ‘कंट्री मैनेजर इंडिया’ शिडेल के अनुसार “भारत एक ऐसा देश है, जो एक विवाह की प्रथा को मानता है, ऐसे में ऐप पर ग्राहकों की बढ़ती संख्या वाकई में चौंकाने वाली है। अकेले 2022 में हमें 18 प्रतिशत नए यूजर्स मिले, जो दिसंबर 2021 में 1.7 मिलियन से बढ़कर वर्तमान 2 मिलियन हो गए।” प्लेटफ़ॉर्म पर यूज़र्स की उम्र की बात करें तो ज्यादातर 30 से अधिक उम्र के पुरुष इसके सदस्य हैं। वहीं महिलाओं की औसत उम्र 26 वर्ष है। ग्लीडेन के अनुसार, एप को महिलाओं के लिए अतिरिक्त सुरक्षित बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इस प्रकार, 2023 में, 60 प्रतिशत पुरुष यूजर्स की तुलना में उपयोगकर्ताओं का अनुपात 40 प्रतिशत महिला यूजर्स का है। इस प्लैटफ़ॉर्म की विशेषता यह है कि इसे एक महिलाओं का ग्रुप ही चलाता है। ये डेटिंग एप महिलाओं के लिये मुफ़्त है जबकि पुरुषों को इसके लिये क्रेडिट स्कोर ख़रीदना पड़ता है। इन क्रेडिट्स की कीमत तय होती है जैसे 25 क्रेडिट्स के लिये यूज़र्स को एक हज़ार रुपये अदा करने होते हैं; सौ क्रेडिट्स के लिये तीन हज़ार रुपये; और चार सौ क्रेडिट्स के लिये सात हज़ार रुपये का भुगतान करना होता है।
लड़के या लड़की के बीच छोटे अंतराल के लिए हुई दोस्ती या संबंध को आजकल की जेनेरेशन ‘फ़्लिंग’ कहती है। हो सकता है कि आपके लिए ये शब्द नया और रोचक हो, लेकिन आजकल ये बहुत समान्य है. सिर्फ यही नहीं, आजकल बहुत कुछ ऐसा कॉमन हो चुका है, जो अभी तक समाज के रुढ़िवादी लोगों में पाप समझा जाता है. इसी में से एक एक्ट्रा मैरिटल रिलेशन यानी विवाहेत्तर संबंध है। इस विषय पर बात करना, हमारे समाज के कई लोगों को पाप सरीखा लगता है, लेकिन हम आज इस विषय पर बात इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि ग्लीडन एक ऐसा ऐप है जो शादीशुदा लोगों के लिए है, इस ऐप का मकसद एक्ट्रा मैरिटल रिलेशनशिप है यानी कि विवाहेतर संबन्ध। जब इतनी बड़ी संख्या में विवाहित स्त्रियां इस ऐप से जुड़ रही हैं तो विवाह नाम की संस्था की चूलें अवश्य हिल रही होंगी। हमें सोचना तो होगा कि जिस देश की महिलाएं पति को परमेश्वर मानती थीं, अचानक ऐसा क्या हुआ कि वे अब प्रेम के पलों के लिये विवाह से बाहर देखने लगी हैं। सच तो यह है कि अब भारत में महिलाएं अपने पारंपरिक जीवन से उक्ताने लगी हैं। अमरीकी और पश्चिमी देशों के टीवी चैनल उनका परिचय एक नये किस्म की ज़िन्दगी से करवाते हैं।
गृहणियों के साथ दरअसल होता यह है कि भारतीय विवाह में पहले दो-तीन साल तो पति अपनी पत्नी के नख़रे उठाता है। फिर धीरे-धीरे उसका मन बोर होने लगता है। अब वह पत्नी पर अपने मर्द होने का रौब दिखाने लगता है। आहिस्ता-आहिस्ता दोनों के जीवन में से नर्म भावनाएं तिरोहित होना शुरू कर देती हैं। पत्नी महसूस करने लगती है कि वह घर की नौकरानी है। यदि नौकरी करती है फिर तो और भी अधिक दुखी हो जाती है क्योंकि नौकरी के बाद घर का सारा काम भी उसके पल्ले पड़ जाता है। ऐसा समय आता है कि पति को पत्नी में रुचि लगभग समाप्त हो जाती है। उसे अपनी पत्नी के कपड़ों और शरीर से रसोई में पक रही करी की महक आने लगती है। वह अपने सुख के लिये अपने विवाहित जीवन से बाहर तांका-झांकी करने लगता है। और पत्नी केवल अपने बच्चों को बड़ा करने में जुटी रहती है। फिर अचानक सोशल मीडिया और ग्लीडन एप पर उसे कोई मर्द मिलता है जो उसकी सुन्दरता और व्यवहार की तारीफ़ करने लगता है। महिला को अच्छा लगता है कि कोई तो है जो उसकी तारीफ़ भी करता है। वह उन सुख के पलों के लिये उस पराए पुरुष से जुड़ जाती है। पति तो पहले से ही कहीं जुड़ चुका होता है।
एक ख़ास ध्यान देने लायक बात यह है कि पति भी विवाह के बाहर किसी औरत से ही जुड़ा होता है – जो कि पहले से शादी-शुदा है। और अब पत्नी भी किसी ऐसे पुरुष से जुड़ती है जो पहले से शादी-शुदा है। वो पति-पत्नी भी अपने विवाहित जीवन से ऊब चुके होते हैं। यानी कि किसी और की पत्नी सुंदर भी लग सकती है और उससे प्यार की बातें भी की जा सकती हैं। दोनों एक बात भूल जाते हैं कि दूसरे की पत्नी या पति इसलिये मन को भा जाते हैं क्योंकि कुछ पलों के लिये मिलते हैं… वहां होता है एक फ़्लिंग या फ़्लर्टेशन। यदि अपने नये प्रेमी या प्रेमिका के साथ जीवन बिताना पड़े तो फिर ग्लीडन जैसे किसे एप की शरण में पहुंचना पड़ेगा। लेखक लंदन निवासी वरिष्ठ साहित्यकार, कथा यूके के महासचिव और पुरवाई के संपादक हैं.